2008 अहमदाबाद ब्लास्ट केस: स्कूल में बच्चों को सालों से पढ़ा रहा था संदिग्ध आतंकी तौसिफ
बिहार के गया से पकड़ा गए आरोपी संदिग्ध आतंकी तौसिफ खान लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। वो गया में बतौर टीचर रह रहा था और वहां एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहा था। अतिक उर्फ तौसीफ खान डोभी पुलिस स्टेशन के अंडर आने वाले कर्मूनी गांव के एक स्कूल में विज्ञान, गणित और अंग्रेजी छात्रों को कई सालों से पढ़ा रहा था।
गया की एसएसपी गरीमा मलिक पुलिस ने स्कूल के मालिक सरवर खान को भी हिरासत में ले लिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक संदिग्ध आतंकी पर गांव वालों को लंबे समय से शक था। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब उसने तौसिफ से उसकी पहचान के कागज मांगे तो उसने इससे इनकार कर दिया। साथ ही वो लोगों से दूर भी रहता था।
पुलिस के मुताबिक तौसिफ को एक साइबर कैफे से धर दबोचा गया, जहां वो सोशल मीडिया पर विवादित कंटेंट पोस्ट कर रहा था। इस वक्त उसके साथ सना भी मौजूद था। पुलिस ने मौके से एक विवादित किताब भी बरामद की, जो पाकिस्तान में छपी थी और इस पर जिहाद लिखा हुआ था।
पुलिस ने उसके पास से कोई हथियार बरामद नहीं किया, लेकिन एक पेन ड्राइव मिला है, जिसकी जांच की जा रही है। बता दें कि 26 जुलाई 2008 को हुए इस सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी। 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
पुलिस के मुताबिक तौसिफ को एक साइबर कैफे से धर दबोचा गया, जहां वो सोशल मीडिया पर विवादित कंटेंट पोस्ट कर रहा था। इस वक्त उसके साथ सना भी मौजूद था। पुलिस ने मौके से एक विवादित किताब भी बरामद की, जो पाकिस्तान में छपी थी और इस पर जिहाद लिखा हुआ था।
पुलिस ने उसके पास से कोई हथियार बरामद नहीं किया, लेकिन एक पेन ड्राइव मिला है, जिसकी जांच की जा रही है। बता दें कि 26 जुलाई 2008 को हुए इस सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मौत हुई थी। 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
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