उत्तर कोरिया ने जापान की ओर फिर दागी मिसाइल, UN सुरक्षा परिषद ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
दक्षिण कोरिया और जापान ने दावा किया है कि, शुक्रवार को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से पूर्वी दिशा में जापान की ओर एक मिसाइल दागी गई है। इस मिसाइल का परीक्षण उत्तर कोरिया की ओर से तब किया गया है जबकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जापान की जे-अलर्ट प्रणाली के मुताबिक शुक्रवार को फायर कि गई मिसाइल उत्तरी जापान में 'जापान के प्रशांत महासागर की तरफ 07:06 बजे (2206 जीएमटी) के आसपास' होक्काइडो के ऊपर से गुजरी, यह होक्काइडो से लगभग 2000 किलोमीटर पूर्व में था।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मिसाइल लगभग 3,700 किलोमीटर का सफर तय किया और वह 770 किलोमीटर के अधिकतम ऊंचाई तक गई जो पिछले डिवाइस की तुलना में अधिक ऊंचाई तक पहुंचा । रक्षा मंत्रालय के मुताबिक ये मिसाइल प्योंगयांग के नजदीक के एयरपोर्ट से फायर की गई थी।
पढ़ें: उत्तर कोरिया ने फिर दी अमेरिका को धमकी, कहा-देंगे असहनीय दर्द
वहीं प्रशांत महासागर में अमेरिकी कमांडिंग अफसर ने कहा कि प्रारंभिक दृष्टि में यह एक मीडिल रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) परीक्षण लगता है।
उत्तर अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (एनओएआरएडी) का कहना है कि इस बैलिस्टिक मिसाइल ने उनके लिए कोई खतरा नहीं है। उन्होंने यह भी निर्धारित किया है कि इस बैलिस्टिक मिसाइल से गुआम के लिए भी कोई खतरा नहीं है।
राजनयिकों ने बताया कि अमेरिका और जापान के अनुरोध पर शुक्रवार को उत्तर कोरिया की ओर से किए गए मिसाइल परीक्षण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक 3 बजे होगी। बता दें कि, 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया के खिलाफ 3 सितंबर को किए गए परमाणु परीक्षण के बाद प्रतिबंध लगा दिया था।
जापान की जे-अलर्ट प्रणाली के मुताबिक शुक्रवार को फायर कि गई मिसाइल उत्तरी जापान में 'जापान के प्रशांत महासागर की तरफ 07:06 बजे (2206 जीएमटी) के आसपास' होक्काइडो के ऊपर से गुजरी, यह होक्काइडो से लगभग 2000 किलोमीटर पूर्व में था।
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मिसाइल लगभग 3,700 किलोमीटर का सफर तय किया और वह 770 किलोमीटर के अधिकतम ऊंचाई तक गई जो पिछले डिवाइस की तुलना में अधिक ऊंचाई तक पहुंचा । रक्षा मंत्रालय के मुताबिक ये मिसाइल प्योंगयांग के नजदीक के एयरपोर्ट से फायर की गई थी।
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वहीं प्रशांत महासागर में अमेरिकी कमांडिंग अफसर ने कहा कि प्रारंभिक दृष्टि में यह एक मीडिल रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) परीक्षण लगता है।
उत्तर अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (एनओएआरएडी) का कहना है कि इस बैलिस्टिक मिसाइल ने उनके लिए कोई खतरा नहीं है। उन्होंने यह भी निर्धारित किया है कि इस बैलिस्टिक मिसाइल से गुआम के लिए भी कोई खतरा नहीं है।
राजनयिकों ने बताया कि अमेरिका और जापान के अनुरोध पर शुक्रवार को उत्तर कोरिया की ओर से किए गए मिसाइल परीक्षण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक 3 बजे होगी। बता दें कि, 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया के खिलाफ 3 सितंबर को किए गए परमाणु परीक्षण के बाद प्रतिबंध लगा दिया था।
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