अमित शाह बोले, BJP में चापलूस और चालाक नेताओं की नो एंट्री, जानिए बैठक की खास बातें
उत्तराखंड दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दो टूक अंदाज में कहा कि चापलूस और चालाक नेताओं से पार्टी सतर्क है। उन्होंने दूसरे दलों के निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को जोड़े जाने के भी संकेत दिए।
उन्होंने कहा कि उनके लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं, लेकिन उन्हें हम एडजस्ट नहीं डाइजेस्ट कर सकते हैं। मंगलवार को होटल मधुबन में शाह ने ताबड़तोड़ बैठकें निपटाई। बैठकों में उन्होंने पार्टी के विस्तारक, पालक, मोर्चा व प्रकोष्ठों व जिला संगठन के अध्यक्षों व प्रभारियों से लेकर प्रदेश पदाधिकारियों व वरिष्ठ नेताओं को दो टूक नसीहत दी कि अब राजनीति में सिर्फ भावना से काम नहीं चलेगा।
लोगों को पार्टी की विचारधारा से लंबे समय तक जोड़े रखने के लिए वैज्ञानिक एवं विश्लेषणात्मक सोच जरूरी है। उन्होंने लक्षित राजनीति की वकालत की। पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आज ही से 90 दिन के भीतर सभी मोर्चों और प्रकोष्ठों का गठन कर दें। 120 दिन में सभी जिला प्रभारी अपने-अपने मंडलों में बैठकें निपटा लें।
उन्होंने जिला प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे दिन में कम से कम एक बार जिलाध्यक्ष से फोन पर संगठन से जुड़े मसलों पर बात जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा यदि कैडर बेस पार्टी है तो बूथ स्तर तक कार्यकर्ता को राष्ट्रीय व प्रांतीय संगठन से लेकर जिला, ब्लाक व बूथ इकाइयों तक पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी होनी चाहिए।
लोगों को पार्टी की विचारधारा से लंबे समय तक जोड़े रखने के लिए वैज्ञानिक एवं विश्लेषणात्मक सोच जरूरी है। उन्होंने लक्षित राजनीति की वकालत की। पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आज ही से 90 दिन के भीतर सभी मोर्चों और प्रकोष्ठों का गठन कर दें। 120 दिन में सभी जिला प्रभारी अपने-अपने मंडलों में बैठकें निपटा लें।
उन्होंने जिला प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे दिन में कम से कम एक बार जिलाध्यक्ष से फोन पर संगठन से जुड़े मसलों पर बात जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा यदि कैडर बेस पार्टी है तो बूथ स्तर तक कार्यकर्ता को राष्ट्रीय व प्रांतीय संगठन से लेकर जिला, ब्लाक व बूथ इकाइयों तक पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी होनी चाहिए।
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